Browse
Most Viewed
Top Rated
Most Recent
Category
All
Joke
Poem
Recipe
Other
Write your own
|
score: 9.48946
average: 10.0
on: Jan 23, 2018
ratings: 5
आँखों पर परदे पड़े हैं कुछ नज़र आता नहीं
है अभी भी बुतपरस्ती का असर,जाता नहीं
लोग चलते जा रहे हैं मंज़िलों की आस मैं
गाँव भी छूटा, मगर कोई शहर आता नहीं
हर गली चौराहों को करते रहे रोशन मगर
राह ये कैसी चुनी है अपना घर आता नहीं
ताज पाकर आसमां में रोज़ जो उड़ता रहा
एक दिन गिरना है तय ये कोई समझाता नहीं
कब तलक जीये हकीकत से कोई मुंह मोड़कर
हमको ग़म में मुस्कुराने का हुनर आता नहीं
Rate & comment on this.
score: 9.60974
average: 9.9
on: Jan 19, 2018
ratings: 11
मेरी ज़िन्दगी को एक तमाशा बना दिया उसने,
भरी महफ़िल में तन्हा बैठा दिया उसने,
.
ऐसी क्या थी नफरत उसको इस मासूम दिल से,
खुशियां चुरा कर गम थमा दिया उसने,
.
बहुत नाज़ था उसकी वफ़ा पे कभी हमको,
मुझको ही मेरी नज़रों में गिरा दिया उसने,
खुद बेवफा थी मेरी वफ़ा की क्या कद्र करता,
अनमोल था मैं ख़ाक में मिला दिया उसने,
.
किसी को याद करना तो उसकी फितरत में शामिल नहीं,
हवा का झोंका समझ कर भुला दिया उसने...
Rate & comment on this.
score: 9.43918
average: 10.0
on: Jan 18, 2018
ratings: 4
युंही गैर बनकर, तेरा रुखसत होना
मुनासीब तो नही, महोबत मे यारा
टुटकर गीरा हुं जमींन पर , ओ चाँद,
तेरी चाँदनी से दुर हुं , महोबत में यारा
बडे खोखले है रिस्ते , कच्चे धागों के,
जजबात मे डुबा हुं ,,महोबत मे यारा
सितमगर तो नही, मेरा करम नेक सदा
चाहत की रंगींनीयों में, महोबत मे यारा
दुरस्त कर राहे वफा ,मंजिल तक मेरी
सीसकियाँ लेती रुह मेरी महोबत मे यारा
Rate & comment on this.
score: 9.77362
average: 10.0
on: Jan 15, 2018
ratings: 19
तुझे जैसे चलना है वैसे चल जिंदगी..
मैने तो तुझसे सब उम्मीदें छोड दी...
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे मेरे आज से,
मगर कभी-कभी बीता हुआ कल बहुत याद हैं । ।
भले ही कितने भी तुमसे नाराज रहे
पर तुमसे दुर होने का खयाल आज भी नहीं आता.
Rate & comment on this.
score: 9.55823
average: 9.875
on: Jan 8, 2018
ratings: 9
बचपन की यादे !!!!
1990 का दूरदर्शन और हम -
1.सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर टीवी के सामने बैठ जाना
2."रंगोली"में शुरू में पुराने फिर नए गानों का इंतज़ार करना
3."जंगल-बुक"देखने के लिए जिन दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका घर पर आना
4."चंद्रकांता"की कास्टिंग से ले कर अंत तक देखना
5.हर बार सस्पेंस बना कर छोड़ना चंद्रकांता में और हमारा अगले हफ्ते तक सोचना
6.शनिवार और रविवार की शाम को फिल्मों का इंतजार करना
7.किसी नेता के मरने पर कोई सीरियल ना आए तो उस नेता को और गालियाँ देना
8.सचिन के आउट होते ही टीवी बंद कर के खुद बैट-बॉल ले कर खेलने निकल जाना
9."मूक-बधिर"समाचार में टीवी एंकर के इशारों की नक़ल करना
10.कभी हवा से ऐन्टेना घूम जाये तो छत पर जा कर ठीक करना
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता,
दोस्त पर अब वो प्यार नहीं आता।
जब वो कहता था तो निकल पड़ते थे बिना घडी देखे,
अब घडी में वो समय वो वार नहीं आता।
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।
वो साईकिल अब भी मुझे बहुत याद आती है, जिसपे मैं उसके पीछे बैठ कर खुश हो जाया करता था। अब कार में भी वो आराम नहीं आता...।।।
जीवन की राहों में कुछ ऐसी उलझी है गुथियाँ, उसके घर के सामने से गुजर कर भी मिलना नहीं हो पाता...।।।
वो 'मोगली' वो 'अंकल Scrooz', 'ये जो है जिंदगी' 'सुरभि' 'रंगोली' और 'चित्रहार' अब नहीं आता...।।।
रामायण, महाभारत, चाणक्य का वो चाव अब नहीं आता, बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।
वो एक रुपये किराए की साईकिल लेके,
दोस्तों के साथ गलियों में रेस लगाना!
अब हर वार 'सोमवार' है
काम, ऑफिस, बॉस, बीवी, बच्चे;
बस ये जिंदगी है। दोस्त से दिल की बात का इज़हार नहीं हो पाता।
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।
Rate & comment on this.
score: 9.56709
average: 10.0
on: Jan 8, 2018
ratings: 7
Very beautifully written by Gulzar, the man who dedicates his book to
'Rakhi-the longest short story of my life' with grace
लोग सच कहते हैं -
औरतें बेहद अजीब होतीं है
रात भर पूरा सोती नहीं
थोड़ा थोड़ा जागती रहतीं है
नींद की स्याही में
उंगलियां डुबो कर
दिन की बही लिखतीं
टटोलती रहतीं है
दरवाजों की कुंडियाॅ
बच्चों की चादर
पति का मन..
और जब जागती हैं सुबह
तो पूरा नहीं जागती
नींद में ही भागतीं है
सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं
हवा की तरह घूमतीं, कभी घर में, कभी बाहर...
टिफिन में रोज़ नयी रखतीं कविताएँ
गमलों में रोज बो देती आशाऐं
पुराने अजीब से गाने गुनगुनातीं
और चल देतीं फिर
एक नये दिन के मुकाबिल
पहन कर फिर वही सीमायें
खुद से दूर हो कर भी
सब के करीब होतीं हैं
औरतें सच में, बेहद अजीब होतीं हैं
कभी कोई ख्वाब पूरा नहीं देखतीं
बीच में ही छोड़ कर देखने लगतीं हैं
चुल्हे पे चढ़ा दूध...
कभी कोई काम पूरा नहीं करतीं
बीच में ही छोड़ कर ढूँढने लगतीं हैं
बच्चों के मोजे, पेन्सिल, किताब
बचपन में खोई गुडिया,
जवानी में खोए पलाश,
मायके में छूट गयी स्टापू की गोटी,
छिपन-छिपाई के ठिकाने
वो छोटी बहन छिप के कहीं रोती...
सहेलियों से लिए-दिये..
या चुकाए गए हिसाब
बच्चों के मोजे, पेन्सिल किताब
खोलती बंद करती खिड़कियाँ
क्या कर रही हो?
सो गयी क्या ?
खाती रहती झिङकियाँ
न शौक से जीती है ,
न ठीक से मरती है
कोई काम ढ़ंग से नहीं करती है
सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ।
कितनी बार देखी है...
मेकअप लगाये,
चेहरे के नील छिपाए
वो कांस्टेबल लडकी,
वो ब्यूटीशियन,
वो भाभी, वो दीदी...
चप्पल के टूटे स्ट्रैप को
साड़ी के फाल से छिपाती
वो अनुशासन प्रिय टीचर
और कभी दिख ही जाती है
कॉरीडोर में, जल्दी जल्दी चलती,
नाखूनों से सूखा आटा झाडते,
सुबह जल्दी में नहाई
अस्पताल मे आई वो लेडी डॉक्टर
दिन अक्सर गुजरता है शहादत में
रात फिर से सलीब होती है...
सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं
सूखे मौसम में बारिशों को
याद कर के रोतीं हैं
उम्र भर हथेलियों में
तितलियां संजोतीं हैं
और जब एक दिन
बूंदें सचमुच बरस जातीं हैं
हवाएँ सचमुच गुनगुनाती हैं
फिजाएं सचमुच खिलखिलातीं हैं
तो ये सूखे कपड़ों, अचार, पापड़
बच्चों और सारी दुनिया को
भीगने से बचाने को दौड़ जातीं हैं...
सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ।
खुशी के एक आश्वासन पर
पूरा पूरा जीवन काट देतीं है
अनगिनत खाईयों को
अनगिनत पुलो से पाट देतीं है.
सच है, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ।
ऐसा कोई करता है क्या?
रस्मों के पहाड़ों, जंगलों में
नदी की तरह बहती...
कोंपल की तरह फूटती...
जिन्दगी की आँख से
दिन रात इस तरह
और कोई झरता है क्या?
ऐसा कोई करता है क्या?
सच मे, औरतें बेहद अजीब होतीं हैं..
(हर महिला को सादर समर्पित)
🌺🌺🌺🌺🌺🌺
Beautifully written by Gulzar...!!
Rate & comment on this.
score: 9.30162
average: 10.0
on: Jan 7, 2018
ratings: 2
होठों से लगाकर पीना, बात कुछ पुरानी हो गई
आँखों से पिला कर देख, आज रुत मस्तानी हो गई...
वो पीते है शराब महफिल-ऐ-यार जमा कर
हमने चोरी से पिया एक जाम तो बेइमानी हो गई...
युं तो करते हैं वो हरदम कुछ नई शरारत
हम जो एक बार उनसे रूठे तो नादानी हो गई...
वो करते है इज़हार-ए-प्यार इस कदर जहाँ में
हमे पता भी न चला और एक कहानी हो गई...
उन के खयालो से महकता है हर-रोज़ यह समां,
पास आने से आज उनके “ग़ज़ल” रूमानी हो गई...
Rate & comment on this.
score: 9.30162
average: 10.0
on: Jan 7, 2018
ratings: 2
बेसब्र जीना हकीकत है बयाँ जिंदगी की,
इन्तजाऱ ए अलम, बीरहाना है यहाँ कोइ
परिन्दा ए महोबत , कुतर ना जाये पर जहीँ,
बडा खतरनाक, खेल है महोबत में मीट जाना
बेपर्दा जीये है सुकुन से हकीकी,
हकीकत में परदा जींदगी दुनियादारी ही
रंगीनीयाँ जिंदगी की मिले बस मीट जाओ
फितरत है मिटना ,मीलने के लीए जरुरी
Rate & comment on this.
score: 9.24221
average: 9.33333
on: Jan 4, 2018
ratings: 4
Na tujhe chod sakte hai, tere ho bhi nahi sakte,,
Ye kaysi bebasi hai, Aaj hum ro bhi nahi sakte,,
.....Ye kaysa dard hai pal-pal hume tadpaye rakhta hai,,
.....Tumhari yaad aati hai to fir so bhi nahi sakte,,
Chupa sakte hai aur Na dikha sakte hai logo ko,,
Kuch aysa dag hai Dil per jo hum dho bhi nahi sakte,,
.....Kaha to tha chod denge ya nagar fir ruk gaye lakin,,
.....Tumhe paa to nahi sakte magar kho bhi nahi sakte,,
Humara ek hona bhi nahi mumkin raha ab to,,
Jiye kayse ke tum se door rah bhi nahi sakte,,
Rate & comment on this.
score: 9.66804
average: 10.0
on: Jan 3, 2018
ratings: 11
कुछ हाथ से उसके फिसल गया,
वो पलक झपक कर निकल गया,
फिर लाश बिछ गयी लाखो की,
सब पलक झपक कर बदल गया,
.
जब रिश्ते राख में बदल गए,
इंसानो का दिल दहल गया,
मैं पूछ-पूछ कर हार गया,
क्यों मेरा भारत बदल गया...
Rate & comment on this.
score: 9.20235
average: 9.2
on: Jan 3, 2018
ratings: 6
मुद्दत के बाद देखा उसे तो बदली हुई थी वो,
ना जाने क्या हादसा हुआ, सहमी हुई थी वो,
मुझे देख कर उसने चेहरा तो छुपा लिया,
मगर आंखे बता रही थी कि रोयी हुई थी वो,
.
उसकी आंखो में देख कर महसूस हुआ मुझे,
मेरी तरह किसी सोच में डूबी हुई थी वो,
कुर्बान हो जाऊ उस शक्स कि किस्मत पे,
याद में जिसकी खोयी हुई थी वो...
Rate & comment on this.
score: 9.37792
average: 10.0
on: Jan 1, 2018
ratings: 3
Mere sanso ke kharidar ,mujh par ehsan kar de ,,
Apne Dil ki kuch jamen, mere naam kar de,,
*****Toot kar bikharna chahta hoon mai banho me teri,,
*****Apni chahat ke ghere mujhpe qurban kar de,,
Mere jahan me tu kuch is kadar havi huyi ke,,
Umra bhar ke liye tu mujhe apna gulam kar de,,
*****Qaid ho gaya hoon khud ki hi tanhaiyo me mai,,
*****Mujhe aazad kar de mera ye bhi kaam kar de,,
Mere sabhi khoabo ko haqikat se saja de tu,,
Mere naam pe apni zindagi tamam kar de,,
*****Mere dil ka her kona khali hai tere liye,,
*****Kahi bhi thahar ke roshan ye jnha kar de,,
Rate & comment on this.
score: 9.37792
average: 10.0
on: Dec 30, 2017
ratings: 3
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं
चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ,
दुल्हन बन के मेरी जब वो मेरी बाँहों में आयी थी
सेज सजी थी फूलों की पर उस ने महकाई थी
घूँघट में इक चाँद था और सिर्फ तन्हाई थी
आवाज़ दिल के धड़कने की भी फिर ज़ोर से आयी थी
प्यार से जो मैंने घूँघट चाँद पर से हटाया था
प्यार का रंग भी उतरकर उसके चेहरे पर आया था
बाँहों में ले कर उसको फिर लबो की लाली चुराई थी
उस सर्द रात में साँसे भी शोला बन कर टकराई थी
टिका बिंदी , कंगना , पायल सब ने शोर मचाया था
जब उसके शोख बदन को मैंने हाथ लगाया था ,
डूब गए थे हम दोनों उस दहकती प्यार की आग में
तोड़ दिया था हम ने कलियों को उसके प्यार के बाग़ में
क्या बतलाये अब हम वह रात किस कदर निराली थी,
हमारे सुहाग की वो रात ,जो इतनी शोख मतवाली थी ।
Rate & comment on this.
score: 9.37792
average: 10.0
on: Dec 29, 2017
ratings: 3
कमजोर है दिल, कहीं खोकर रह गया वजुद,
वजह तो होगी, बस ढुंढ रहा है , सदियों से
बेनकाब है रिस्तेदारी ,छुपा अहेसास भीतर
रंग ए नूर महल बनाया , होगा कोइ तो वजूद
Rate & comment on this.
score: 9.30162
average: 10.0
on: Dec 29, 2017
ratings: 2
दिल की बात छुपाना आता नही,
किसी का दिल दुखाना आता नही,
आप सोचते है हम भूल गए आपको,
पर कुछ अच्छे दोस्तो को भूलना हमको आता नही.
नज़रे करम मुझ पर इतना न कर..
कि तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं
मुझे इतना न पिला इश्क-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदी हो जाऊं।
Rate & comment on this.
score: 9.30162
average: 10.0
on: Dec 28, 2017
ratings: 2
अपनी आँखों में दरिया उमड़ते देखा,
जब कभी आँखों से अश्क उभरते देखा,
.
एक आँख के अश्क़ में था ग़म-ए-जुदाई,
दूजे में खुद को बिखरते देखा,
.
लरज़ती थी एक में मेरी अपनी तन्हाई
दूजे में अरमानो को सिमटते देखा,
.
वजूद ना उनका रहा, ना मेरा गुमान,
जब कभी मैंने दिल का आइना देखा,
.
मर भी जाता तो क्या ग़म था लेकिन,
ठहरे हुए वक़्त में खुद को क़ैद देखा...
Rate & comment on this.
score: 9.48946
average: 10.0
on: Dec 26, 2017
ratings: 5
Meri Zindagi ko ek Tamasha bana diya usne,
Bhari Mehfil me Tanha baitha diya usne,
.
Aisi kya thi Nafrat usko is Masoom Dil se,
Khushiya chura kar Gum thama diya usne,
.
Bahut naaz tha uski wafa pe kabhi humko,
Mujhko hi meri Nazro me gira diya usne,
.
Khud bewafa thi meri wafa ki kya Qadr karti,
Anmol tha Main Khaak me Mila diya usne,
.
Kisi ko yaad karna to uski fitrat me shamil nahi,
Hawa ka jhonka samajh kar bhula diya usne...
Rate & comment on this.
score: 9.48946
average: 10.0
on: Dec 26, 2017
ratings: 5
मेरी तकदीर से पूछ मेरी किस्मत का फैसला,
मेरी मुस्कराहट पे ना जा, मेरे दर्द को तलाश कर,
मेरी आँखों से पूछ मेरे इंतज़ार की इन्तहा,
मेरे इत्मिनान पे ना जा, मेरे सब्र को तलाश कर,
.
मेरे दोस्तों से पूछ मेरी दोस्ती का आलम,
मेरी सूरत पे न जा, मेरी सीरत को तलाश कर,
जो मिल जाएँ तुमको मेरी बातों के जवाब,
तो फिर तू ज़रा सा काम कर,
*मुझे आस-पास न देख, मुझे खुद में तलाश कर*...
Rate & comment on this.
score: 9.30162
average: 10.0
on: Dec 25, 2017
ratings: 2
ख्वाइस तो यही है कि तेरे बाँहों में पनाह मिल जाये,
शमा खामोस हो जाये और शाम ढल जाये,
प्यार इतना करे कि इतिहास बन जाये,
और तुम्हारी बाँहों से हटने से पहले शाम हो जाये।
ना ख्वाहिश ए मंजिल , ना इश्क़ ए मिसाल है तू...!
मुझमें ही उलझा मेरा ही एक सवाल है तू....!!
ना राहत ए मर्ज , ना दर्द ए इलाज है तू...!
फिर क्यों मेरी जिंदगी की ,हर एक तलाश है तू.....!!
Rate & comment on this.
score: 9.37792
average: 10.0
on: Dec 22, 2017
ratings: 3
बेशक , हुश्न का अंदाज गज़ब है तेरा,
फूलो ने महकता अंदाज, तुजसे लीया है,
तेरा होनापन मुज में गज़ब है यकीनन,
हरतरफ आईना ए दिल बस पा लीया है
बेहोश है नज़रे हाल ,दुनियादारी की समज,
होश मे , आशियाँना ए महोबत पा लीया है
गैर अंदाज नही , है हुश्न ओर ताज़ जिंदगी,
महोबत के उसुल को, बाखुबी पा लीया है
Rate & comment on this.
|