ज़िंदगी तेरे बिना अब कटती नहीं है, तेरी याद मेरे दिल से मिटती नही,
तुम बसे हो मेरी निगाहो में, आँखो से तेरी सूरत हटती नही! चाँद से अपना प्रेम लिखूँ या निंदिया से अपना बैर लिखूँ, तुम तो इस दिल के धड़कन हो फिर तुमको कैसे गैर लिखूँ. सोचूँ तो सिमट जाऊँ, देखूँ तो बिखर जाऊँ, हर लम्हा तेरी चाहत है, जाऊँ तो किधर जाऊँ |
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हर लम्हा तेरी चाहत है, जाऊँ तो किधर जाऊँ
Wahh...