................रिहाई तेरी काली झुल्फों से ..............
1. कल भी था ,आज भी है तेरा इन्तेजार , कैसे कहू की मुझे तुमसे है प्यार . दफ़नाने नहीं तुमको मनाने आया हूँ . साथ में दिल मेरा दिल का तोहफा लाया हूँ ........... .by राज xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx चलो हठो वह कमज़ोर दिल का क्या करना ?... बहुत देखि है यह तेरा रोज़ का बहाना .. इतना आसान भी नहीं इस बार हमें मनाना ... हम जानते है तुम्हे इंतज़ार है अब रिहाई का ............. by .. शरू xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx 2. माना की आसान नहीं तुम्हे मनाना आज . पर ये नामुमकिन भी तो नहीं हरगिज . रिहा हो जॉन कभी तेरी काली झुल्फों से . यह तो कभी मुमकिन नहीं इस जीवन में ............ .......by.. ..राज xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx आइना में दिखती ऐश्वर्य कभी आती नहीं हाथ , रेगिस्थान में नज़र आती पानी , मिलती नहीं आँख मिचोली खेलते सितारे हाथ नहीं लगते ,. कभी कभी हाथ का निवाला मुह तक नहीं आते ............by शरू . |
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