,,,,,,आखिर क्यों ,,?
आँखों से आंख मिले क्यों मिले ,,? सांसों से सांस मिले क्यों मिले,,? विचार से विचार टकराये तो क्यों टकराये ,,?,,,,,,,,,,,.........शरू XXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXX रोज़ मरनेवालों को रोये कौन ,,,,,? एक व्यक्ति की नहीं रहने से कुछ न बदलती है सूरज भी उगेगा और चाँद भी ,,,,,,,,,,..................शरू xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx जुकना सीखो अच्छी भी नहीं इतना गुरुर ,,,, आम भरी पेड़ जुकता है जमींन की तरफ जुकना सीखो ,,,,,........................,शरू xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx आया है तो जाना भी है राजा महाराजा राम कृष्णा साधु संत कोई भी नहीं रुक पाए ,,,,,,,,,............शरू xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx फूलों से फूलों को उड़ना ही काम है भ्रमर का एक का मकरंद हुआ ख़तम तो दूसरा फूल को ढूंढ़ता है बस इक परवाना ही तो है शमा केलिए जान भी देता है ,,,,,,,,,.....शरू xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx है छह बज ते ही सूर्य अस्त होता है सागर के आगोश में चले जाता है दिन भर का थकानवह मिटाता है कहता है दिन भर वह बिजी रहता है उसकी किरणे पहुंचा नहीं हमतक इसमें उसकी क्या खता है ,,,,?,,,,,,,,,,,शरू XXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXX |
Comments