----हारना मत तुम हिम्मत-------
छ:दिन तक सिने पर उठाया तुमने बफॆ का पहाड़। धरती मां के लाल तुमने मौत को भी दिया पछाड़। तुम्हारी सलामती की दूवा के लिए उठे हैं करोड़ो हाथ। याहां तक आकर छोड़ना मत तुम हमलोगो का साथ। कुदरत और विधाता को शायद यही मंजुर था होना। नौ साथी खो चूके हम अब तुमको नही चाहते खोना। किसी भी सुरत मे हमे निराश ना करना ओ हनुमन्ता। तुम्हारे होश मे आने की राह देख रहे सभी और दो-दो माता। अमी तो बाकी हे उतारना तुमको मां के दुध का कजॆ। अभी तुमको और नीभाना हे धरती मां के रक्षा का फजॆ। तुमको बचाकर रहेगें चाहे देश को चुकानी पड़े कोई भी किमत। बस शतॆ यही हे कि किसी भी सुरत हारना मत तुम हिम्मत। डाक्टरो की कोशिश और देशवासियो की दूवा लाए रगं। प्रार्थना में जुड़े है हजारों हाथ जीत के आवो तुम जंग ।।। ...............................................................द्वारा- राजेश सिहं । ...old post ( VERY SORRY TO KNOW THAT LANCE NAIK HANUMANTAPPA IS NO MORE TO HEAR OUR PRAYER. MAY HIS SOUL REST IN PEACE ) |
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