#वो_सच_जिसे_पढ़कर_आपकी
#आत्मा_कांप_उठेगी #एक_सितम्बर_2004 को "#बेसलान" के एक स्कुल में, कुछ इस्लामी आतंकवादी अचानक घुस गए और घुसते ही पुरुषों का मार दिया, ताकि किसी तरह के प्रतिरोध की संभावना ना रहे ये जेहादी आतंकी आतंकवाद से भी ज़्यादा दरिंदगी दिखना चाहते थे स्कूल में 3 से 8 साल तक बच्चे थे. वो जेहादी उन सभी बच्चों को स्कूल के जिम हॉल में ले गये इसके बाद बच्चों की चीखती आवाज़ें इनके ज़ुल्म के आगे दब कर रह गयी बारी बारी से 3 से 8 साल की एक एक बच्ची के साथ कई कई आतंकवादियों ने बलात्कार किया इन हैवानों ने न सिर्फ बलात्कार किया बल्कि बच्चों के गुप्तांगों में अपने बंदूक और अन्य वस्तुओं को घुसेड़ा और दूसरे सारे बंधक बच्चों को ये सब देखने को मजबूर किया गया जितना बच्चों से खून निकलता ये हैवान उतनी ही ज़ोर जोर से कहकहे लगाते थे हथियार के गुप्तांगों में डालने के वजह से, हथियार भी खून से सन गये थे इस सबसे भी उन जालिमो का जी नहीं भरा तो उन छोटे-छोटे बच्चों को बुरी तरह पीटा भी बहुत सारी बच्चियां ब्लीडिंग और दर्द की वजह से उसी समय मर गयी जेहादियों ने मासूम बच्चों को खूब लहू लुहान किया और खूब ठहाके लगाए जैसे-जैसे समय बीता उनके ज़ुल्म और बढ़ते गये बच्चों के पानी मांगने पर पानी की जगह अपना पेशाब पीने पर मजबूर किया आतंकवादियों ने बच्चों के सामने पानी के बर्तन को रख दिया और कहा जो इसको पीने आएगा उसको मैं गोली मार दूँगा इसके बाद बच्चों को मे अपनी मौत का ख़ौफ़ समा गया बच्चे डर कर चिल्ला भी नही पा रहे थे क्योकि ऐसा करने पर उनको मारा पीटा जाता अब तक स्कूल के बाहर भीड़ लग चुकी थी आतंकी अंदर से खड़े हो कर नगरवासियों पर कॉमेंट करते हुए अंडे फेंकते और हँसते थे बच्चों के उपर इनकी क्रूरता लगातार जारी रही रात को जेहादियों ने इन्ही मजबूर मासूम बच्चों से कहा कि - वो नंगे, खून से सने और मरे हुए बलात्कार के शिकार बच्चों की लाशों को घसीटकर पीछे फेंक कर आयें इस बीच #रशियन_सैनिकों ने स्कूल को घेर लिया और पहले उनसे समझौते की कोशिशें की जिससे बच्चों को बचाया जा सके आतंकियों ने साफ कर दिया था कि अगर गैस का इस्तेमाल हुआ या बिजली काटी गयी तो वो तुरंत बच्चों को मार देंगे इस बीच रूस की सब से अच्छी फोर्स "#Alpha_and_Vympel" आ चुकी थी रूसी विशेष बलों ने विभिन्न तकनीकों का उपयोग करते हुए स्कूल पर हमला कर दिया इस हमले में टैंक, बंदूक, बम, राकेट्स सभी इस्तेमाल किये गए स्पेशल फोर्स के कमांडोज ने अपनी जान पर खेल कर हमला किया लेकिन उस अभागे दिन सिर्फ़ रक्तपात के सिवा कुछ भी हासिल नही हो पाय 334 लोग मारे गये जिसमे से 186 छोटे-छोटे मासूम बच्चे थे 247 बच्चे जो गंभीर रूप से घायल थे उनको इलाज के लिए मास्को भेजा गया सुरक्षा बल के सैनिक भी मारे गये थे बच्चों की लाशें और उनकी दुर्दशा को देख कर उनके माँ बाप के चीख पुकार और रोने की आवाज़ से पूरा इलाक़ा दहल उठा जो बच्चे स्कूल से निकल रहे थे सब खून से सने हुए थे लाशों के ढेर लगे थे ऐसा घिनौना काम तो शैतान भी नही कर सकते हैं #भारत के इतिहास में भी ऐसी क्रूरता की कहानिया हैवानों से ही जुडी हुई है. #गुरु_गोविन्द_सिंह के बच्चों को ज़िंदा दीवार में चुनवाना #मोतीराम_मेहरा के बच्चों को कोल्हू में पेरना #बन्दा_बहादुर के बेटे को बाप की आँखों के सामने काटकर बेटे का दिल निकाल कर बाप के मुह में जबरन ठूंसना इस्लाम कबूल न करने वाले माँ-बाप के बच्चों को काटकर उनके अंगों की माला बनाकर माँ-बाप के गले में डालना माँ की गोद से बच्चे को छीनकर बच्चे को उछालकर बल्लम की नोक पर लेना तो भारत ने भी देखा है आपको एक बार गूगल पर जाकर "#beslan_school_hostage_crisisलिखकर सर्च करना चाहिए उस घटना का विवरण और चित्र देखकर समझ आ जाएगा कि ये जेहादी आतंकी की नीचता की किस हद तक जा सकते हैं |
Comments